Haryana News: हरियाणा की आंगनवाडी कार्यकर्ताओं की बल्ले-बल्ले, मानदेय बढकर हुआ 14000 रूपए

 
 Haryana News: हरियाणा की आंगनवाडी कार्यकर्ताओं की बल्ले-बल्ले, मानदेय बढकर हुआ 14000 रूपए   चंडीगढ से बडी खबर  - देश में सबसे ज्यादा मानदेय हुआ हरियाणा की आंगनवाडी कार्यकर्ताओं का  - मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आंगनवाडी कार्यकर्ताओं, आंगनवाडी सहायिकाओं से किया संवाद     - हजारों आंगनवाडी कार्यकर्ता, सहायिकाओं को मिली मनोहर सौगात  - आंगनवाडी कार्यकर्ता (10 वर्ष से अधिक सेवा) का मानदेय 12,661 रूपए से बढकर 14000 रूपए हुआ  - आंगनवाडी कार्यकर्ता (10 वर्ष से कम सेवा) व मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ता का मानदेय 11,401 रूपए से बढकर 12500 रूपए हुआ  - आंगनवाडी सहायिका का मानदेय 6781 रूपए से बढकर 7500 रूपए हुआ  - रिटायरमेंट पर मिलने वाली सम्मान राशि में भी हुई बढोतरी  - आंगनवाडी कार्यकर्ता को सेवानिवृति पर 1 लाख रूपए की बजाय दो लाख रूपए मिलेंगे  - आंगनवाडी सहायिका को सेवानिवृति पर 50 हजार रूपए की बजाय एक लाख रूपए मिलेंगे    - सालाना वर्दी भत्ता 800 रूपए से बढाकर 1500 रूपए किया गया  - गांव के सरकारी स्कूलों में 4000 नई बाल वाटिकाएं स्थापित की जाएंगी  - आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर पदोन्नति के लिए फरवरी 2024 में होगी परीक्षा  महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार जताया  राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने कहा  - बीते 9 साल में आंगनवाडी कार्यकर्ताओं (10 वर्ष से अधिक सेवा) के मानदेय में हुई 6500 रूपए की बढोतरी  - बीते 9 साल में आंगनवाडी कार्यकर्ता (10 वर्ष से कम सेवा) के मानदेय में 5000 रूपए की बढोतरी  - बीते 9 साल में मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ता के मानदेय में 8500 रूपए की बढोतरी    हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को बड़ी सौगात देते हुए मासिक मानदेय में बढ़ोतरी, सेवानिवृति पर मिलने वाली राशि में वृद्धि करने सहित कईं घोषणाएं की। उन्होंने 10 वर्ष से अधिक अनुभव वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का पारिश्रमिक 12,661 रुपये से बढ़ाकर 14,000 रुपये प्रति माह करने की घोषणा की। इसके साथ ही, 10 वर्ष तक के अनुभव वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और मिनी-आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का पारिश्रमिक 11,401 रुपये से बढ़ाकर 12,500 रुपये प्रति माह तथा आंगनवाड़ी सहायिकाओं का पारिश्रमिक 6,781 रुपये से बढ़ाकर 7500 रुपये किया गया है। इस घोषणा के साथ ही हरियाणा देश में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सर्वाधिक मानदेय देने वाला राज्य बन गया है।  मुख्यमंत्री ने यह घोषणाएं आज यहां सीएम की विशेष चर्चा कार्यक्रम के तहत ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ सीधे संवाद करने के दौरान की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 23,486 आंगनवाड़ी वर्कर्स, 489 मिनी आंगनवाड़ी वर्कर्स व 21,732 आंगनवाड़ी हेल्पर्स कार्यरत हैं।  सेवानिवृति पर मिलने वाली राशि को बढ़ाकर किया दोगुना  मुख्यमंत्री ने सेवानिवृत्ति पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दी जाने वाली 1 लाख रुपए की राशि को बढ़ाकर 2 लाख रुपए करने और आंगनवाड़ी सहायिकाओं को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये करने की भी घोषणा की है। वर्तमान में आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को सेवानिवृति पर 1 लाख रुपये तथा आंगनवाडी सहायिकाओं को 50 हजार रुपये का लाभ दिया जा रहा है।  श्री मनोहर लाल ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और आंगनवाड़ी सहायिकाओं को प्रति वर्ष दो वर्दी (यूनिफॉर्म) के लिए दी जाने वाली राशि 800 रुपये को बढ़ाकर 1500 रुपये प्रतिवर्ष करने की भी घोषणा की।  सुपरवाईजर के 25 प्रतिशत पद आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में से भरे जाएंगे  मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यवेक्षक के पद के लिए आवश्यक पात्रता और न्यूनतम योग्यता के आधार पर 10 साल के अनुभव वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में से योग्यता-सह-वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति के लिए पर्यवेक्षकों के 25 प्रतिशत पद अलग रखे जाएंगे। पदोन्नति सरकार द्वारा आयोजित की जाने वाली लिखित परीक्षा के आधार पर होगी। पदोन्नति के लिए लिखित परीक्षा फरवरी, 2024 में आयोजित की जाएगी।  4000 अतिरिक्त बाल वाटिकाएं होंगी स्थापित  मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार मौजूदा आंगनवाड़ियों को परिवर्तित करके 4000 अतिरिक्त बाल वाटिकाएं स्थापित कर उन्हें गांव के सरकारी स्कूलों में स्थानांतरित करेगी, ताकि प्री-स्कूल (नर्सरी) शिक्षा को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार स्कूली शिक्षा में एकीकृत किया जा सके। इसे सरकारी स्कूलों में कमरों की उपलब्धता के आधार पर चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा।  उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहले ही 4000 आंगनवाड़ियों को प्ले-वे स्कूल या बाल वाटिका स्थापित की जा चुकी हैं। अब आंगनवाड़ियों की मांग है कि ऐसी और आंगनवाड़ियों को बाल वाटिका में परिवर्तित किया जाए।  मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिए जाने वाले पारिश्रमिक में 60 प्रतिशत हिस्सा भारत सरकार द्वारा तथा 40 प्रतिशत हिस्सा हरियाणा सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है। उक्त राशि के बाद बढ़ाया गया सारा मानदेय को हरियाणा सरकार द्वारा वहन किया जाता है।  बच्चों को संस्कारित बनाने में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका  श्री मनोहर लाल ने कहा कि बचपन को संभालने वाली और तराशने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की बच्चों को संस्कारित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति का निर्माण उसके बचपन में सबसे ज़्यादा होता है, बचपन में ही व्यक्ति और व्यक्तित्व की नींव रखी जाती है। बच्चों की जिज्ञासा को शांत करने के लिए सही दिशा में काम किया जाए तो वह बच्चा भविष्य में देश का अच्छा और ज़िम्मेदार नागरिक बनता है।  उन्होंने कहा कि हर शिशु के पालन पोषण करने का ज़िम्मा आप सबने अपने कंधों पर उठाया है, यह बहुत सराहनीय कार्य है। बच्चों को संस्कारवान, ज्ञानवर्धन करने और बलशाली बनाने के लिए 3 पहलू बेहद आवश्यक है। पहला पोषण, दूसरा टीकाकरण और तीसरा स्वछता। स्वास्थ्य का सीधा संबंध पोषण से नहीं बल्कि खाने से पहले स्वच्छता रखने से भी है। इसलिए बचपन से ही बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक रखना, यह भी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की जिम्मेवारी है।  उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों में पोषण का महत्व को देखते हुए देशभर में पोषण अभियान चलाया है। हरियाणा प्रदेश में इसे सफल बनाने के लिए लगभग 50 हज़ार कार्यकर्ताओं को मेरा नमन। इस अभियान के तहत पोषण ऐप भी शुरू की गई जिसके बारे में आप सभी भलीभाँति परिचित हैं। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए इस ऐप पर आप हर रोज़ डाटा ज़रूर अपडेट करें। मुख्यमंत्री ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि हर बच्चे के वज़न का डाटा हर माह स्वास्थ्य कार्ड में अवश्य अपडेट करें। अपने क्षेत्र में आने वाले हर परिवार को साल में एक बार सर्वे ज़रूर करें।  इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त एवं सचिव श्रीमती अमनीत पी कुमार, मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव श्री के मकरंद पांडुरंग, महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक श्रीमती मोनिका मालिक और सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के संयुक्त निदेशक (प्रशासन) श्री गौरव गुप्ता उपस्थित थे।  - बीते 9 साल में आंगनवाडी सहायिकाओं के मानदेय में 4000 रूपए की बढोतरी


Haryana News: हरियाणा की आंगनवाडी कार्यकर्ताओं की बल्ले-बल्ले, मानदेय बढकर हुआ 14000 रूपए 

चंडीगढ से बडी खबर

- देश में सबसे ज्यादा मानदेय हुआ हरियाणा की आंगनवाडी कार्यकर्ताओं का

- मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आंगनवाडी कार्यकर्ताओं, आंगनवाडी सहायिकाओं से किया संवाद


 

- हजारों आंगनवाडी कार्यकर्ता, सहायिकाओं को मिली मनोहर सौगात

- आंगनवाडी कार्यकर्ता (10 वर्ष से अधिक सेवा) का मानदेय 12,661 रूपए से बढकर 14000 रूपए हुआ

- आंगनवाडी कार्यकर्ता (10 वर्ष से कम सेवा) व मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ता का मानदेय 11,401 रूपए से बढकर 12500 रूपए हुआ

- आंगनवाडी सहायिका का मानदेय 6781 रूपए से बढकर 7500 रूपए हुआ

- रिटायरमेंट पर मिलने वाली सम्मान राशि में भी हुई बढोतरी

- आंगनवाडी कार्यकर्ता को सेवानिवृति पर 1 लाख रूपए की बजाय दो लाख रूपए मिलेंगे

- आंगनवाडी सहायिका को सेवानिवृति पर 50 हजार रूपए की बजाय एक लाख रूपए मिलेंगे

- सालाना वर्दी भत्ता 800 रूपए से बढाकर 1500 रूपए किया गया

- गांव के सरकारी स्कूलों में 4000 नई बाल वाटिकाएं स्थापित की जाएंगी

- आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर पदोन्नति के लिए फरवरी 2024 में होगी परीक्षा

महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार जताया

राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने कहा

- बीते 9 साल में आंगनवाडी कार्यकर्ताओं (10 वर्ष से अधिक सेवा) के मानदेय में हुई 6500 रूपए की बढोतरी

- बीते 9 साल में आंगनवाडी कार्यकर्ता (10 वर्ष से कम सेवा) के मानदेय में 5000 रूपए की बढोतरी

- बीते 9 साल में मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ता के मानदेय में 8500 रूपए की बढोतरी

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को बड़ी सौगात देते हुए मासिक मानदेय में बढ़ोतरी, सेवानिवृति पर मिलने वाली राशि में वृद्धि करने सहित कईं घोषणाएं की। उन्होंने 10 वर्ष से अधिक अनुभव वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का पारिश्रमिक 12,661 रुपये से बढ़ाकर 14,000 रुपये प्रति माह करने की घोषणा की। इसके साथ ही, 10 वर्ष तक के अनुभव वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और मिनी-आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का पारिश्रमिक 11,401 रुपये से बढ़ाकर 12,500 रुपये प्रति माह तथा आंगनवाड़ी सहायिकाओं का पारिश्रमिक 6,781 रुपये से बढ़ाकर 7500 रुपये किया गया है। इस घोषणा के साथ ही हरियाणा देश में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सर्वाधिक मानदेय देने वाला राज्य बन गया है।

मुख्यमंत्री ने यह घोषणाएं आज यहां सीएम की विशेष चर्चा कार्यक्रम के तहत ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ सीधे संवाद करने के दौरान की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 23,486 आंगनवाड़ी वर्कर्स, 489 मिनी आंगनवाड़ी वर्कर्स व 21,732 आंगनवाड़ी हेल्पर्स कार्यरत हैं।

सेवानिवृति पर मिलने वाली राशि को बढ़ाकर किया दोगुना

मुख्यमंत्री ने सेवानिवृत्ति पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दी जाने वाली 1 लाख रुपए की राशि को बढ़ाकर 2 लाख रुपए करने और आंगनवाड़ी सहायिकाओं को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये करने की भी घोषणा की है। वर्तमान में आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को सेवानिवृति पर 1 लाख रुपये तथा आंगनवाडी सहायिकाओं को 50 हजार रुपये का लाभ दिया जा रहा है।

श्री मनोहर लाल ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और आंगनवाड़ी सहायिकाओं को प्रति वर्ष दो वर्दी (यूनिफॉर्म) के लिए दी जाने वाली राशि 800 रुपये को बढ़ाकर 1500 रुपये प्रतिवर्ष करने की भी घोषणा की।

सुपरवाईजर के 25 प्रतिशत पद आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में से भरे जाएंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यवेक्षक के पद के लिए आवश्यक पात्रता और न्यूनतम योग्यता के आधार पर 10 साल के अनुभव वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में से योग्यता-सह-वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति के लिए पर्यवेक्षकों के 25 प्रतिशत पद अलग रखे जाएंगे। पदोन्नति सरकार द्वारा आयोजित की जाने वाली लिखित परीक्षा के आधार पर होगी। पदोन्नति के लिए लिखित परीक्षा फरवरी, 2024 में आयोजित की जाएगी।

4000 अतिरिक्त बाल वाटिकाएं होंगी स्थापित

मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार मौजूदा आंगनवाड़ियों को परिवर्तित करके 4000 अतिरिक्त बाल वाटिकाएं स्थापित कर उन्हें गांव के सरकारी स्कूलों में स्थानांतरित करेगी, ताकि प्री-स्कूल (नर्सरी) शिक्षा को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार स्कूली शिक्षा में एकीकृत किया जा सके। इसे सरकारी स्कूलों में कमरों की उपलब्धता के आधार पर चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहले ही 4000 आंगनवाड़ियों को प्ले-वे स्कूल या बाल वाटिका स्थापित की जा चुकी हैं। अब आंगनवाड़ियों की मांग है कि ऐसी और आंगनवाड़ियों को बाल वाटिका में परिवर्तित किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिए जाने वाले पारिश्रमिक में 60 प्रतिशत हिस्सा भारत सरकार द्वारा तथा 40 प्रतिशत हिस्सा हरियाणा सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है। उक्त राशि के बाद बढ़ाया गया सारा मानदेय को हरियाणा सरकार द्वारा वहन किया जाता है।

बच्चों को संस्कारित बनाने में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका

श्री मनोहर लाल ने कहा कि बचपन को संभालने वाली और तराशने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की बच्चों को संस्कारित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति का निर्माण उसके बचपन में सबसे ज़्यादा होता है, बचपन में ही व्यक्ति और व्यक्तित्व की नींव रखी जाती है। बच्चों की जिज्ञासा को शांत करने के लिए सही दिशा में काम किया जाए तो वह बच्चा भविष्य में देश का अच्छा और ज़िम्मेदार नागरिक बनता है।

उन्होंने कहा कि हर शिशु के पालन पोषण करने का ज़िम्मा आप सबने अपने कंधों पर उठाया है, यह बहुत सराहनीय कार्य है। बच्चों को संस्कारवान, ज्ञानवर्धन करने और बलशाली बनाने के लिए 3 पहलू बेहद आवश्यक है। पहला पोषण, दूसरा टीकाकरण और तीसरा स्वछता। स्वास्थ्य का सीधा संबंध पोषण से नहीं बल्कि खाने से पहले स्वच्छता रखने से भी है। इसलिए बचपन से ही बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक रखना, यह भी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की जिम्मेवारी है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों में पोषण का महत्व को देखते हुए देशभर में पोषण अभियान चलाया है। हरियाणा प्रदेश में इसे सफल बनाने के लिए लगभग 50 हज़ार कार्यकर्ताओं को मेरा नमन। इस अभियान के तहत पोषण ऐप भी शुरू की गई जिसके बारे में आप सभी भलीभाँति परिचित हैं। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए इस ऐप पर आप हर रोज़ डाटा ज़रूर अपडेट करें। मुख्यमंत्री ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि हर बच्चे के वज़न का डाटा हर माह स्वास्थ्य कार्ड में अवश्य अपडेट करें। अपने क्षेत्र में आने वाले हर परिवार को साल में एक बार सर्वे ज़रूर करें।

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त एवं सचिव श्रीमती अमनीत पी कुमार, मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव श्री के मकरंद पांडुरंग, महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक श्रीमती मोनिका मालिक और सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के संयुक्त निदेशक (प्रशासन) श्री गौरव गुप्ता उपस्थित थे।

- बीते 9 साल में आंगनवाडी सहायिकाओं के मानदेय में 4000 रूपए की बढोतरी

Tags