Haryana Bajra Kharid: हरियाणा में बाजरे और धान की खरीद जारी, किसानों के खातों में 72 घंटे में सीधा भुगतान

 
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Haryana Bajra Kharid: हरियाणा में बाजरे व धान की खरीद सुगम तरीके से जारी है। अब तक हैफेड ने 5 लाख क्विंटल बाजरे की खरीद की है और किसानों को आरटीजीएस के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों में भुगतान किया जा रहा है।  

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने किसानों के आर्थिक हितों की रक्षा करने के दृष्टिगत हैफेड को बाजरे की व्यावसायिक खरीद के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने 72 घंटों के भीतर-भीतर फसल खरीद की राशि का भुगतान सीधे किसानों के बैंक खातों में सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।

एक सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि बाजरे की खरीद 1 अक्तूबर से शुरू होनी थी, हालांकि, बाजरे की जल्दी आवक को ध्यान में रखते हुए और बाजार को स्थिर करने के लिए हैफेड ने 23 सितंबर से व्यावसायिक रूप से बाजरे की खरीद शुरू कर दी। हैफेड भारत सरकार के उचित औसत गुणवत्ता (एफएक्यू) विनिर्देशों के अनुरूप बाजरे की खरीद कर रहा है। अब तक हैफेड ने राज्य के 17 जिलों में 93 मंडियों/खरीद केंद्रों से 1600 गांवों के 16,000 से अधिक किसानों से 5 लाख क्विंटल बाजरा खरीदा है।

गुरुग्राम में हो रही अच्छी खरीद, अब तक जिले में 8200 मीट्रिक टन बाजरा खरीदा

प्रवक्ता ने बताया कि गुरुग्राम में खरीद काफी बेहतर है। गुरुग्राम जिले में कुल आवक 12,000 मीट्रिक टन हुई है, जिसमें से हैफेड द्वारा 8200 मीट्रिक टन (आवक का 68 प्रतिशत) की खरीद की जा चुकी है। इसके अलावा, हेली मंडी (पटौदा) में 8800 मीट्रिक टन की आवक हुई, जिसमें से 4900 मीट्रिक टन (आवक का 56 प्रतिशत) की खरीद की जा चुकी है। एफएक्यू विनिर्देशों के अनुरूप किसान अपनी फसल को सुखा कर लाएं। इसके अलावा, मंडियों में पंखा और झरना की भी सुविधा दी गई है।

28 सितंबर तक 95,000 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई

प्रवक्ता ने बताया कि हैफेड भारतीय खाद्य निगम की ओर से सेंट्रल पूल के तहत एमएसपी पर धान की खरीद कर रहा है। प्रदेश में धान की खरीद 25 सितंबर से शुरू हुई है। हैफेड ने कुल 2.80 एलएमटी धान खरीद में से 28 सितंबर तक 9000 किसानों से 95,000 मीट्रिक टन धान की खरीद की है।

प्रवक्ता ने बताया कि हैफेड एक सहकारी प्रसंघ है, जो किसानों से गेहूं, धान, सरसों, बाजरा, सूरजमुखी, चना और मूंग आदि की खरीद करने वाली हरियाणा की सबसे बड़ी राज्य खरीद एजेंसी बन गई है।

प्रवक्ता ने बताया कि किसानों से अनुरोध है कि वे अपनी बाजरा और धान की उपज को भारत सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार विधिवत साफ व नमी की सीमा के अनुरूप ही मंडियों में लेकर आएं, ताकि उपज खरीद में किसी प्रकार की असुविधा न हो सके।

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