Haryana News: हरियाणा में ग्रुप डी कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी, जल्द खुलेगा डिपार्टमेंट चेंज पोर्टल

 
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Haryana News: हरियाणा में 18 हजार से ज्यादा ग्रुप-D के उन कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है, जो अपना पद और डिपार्टमेंट बदलना चाहते है। पिछले दिनों ही सरकार की तरफ से इसको लेकर पोर्टल बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी।

दरअसल, राजेश कुमार नाम के एक यूजर ने सोशल मीडिया (X) पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल को टैग करते हुए लिखा कि 18 हजार 218 ग्रुप-D के कर्मचारी डिपार्टमेंट चेंज ड्राइव पोर्टल खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

हम भी 250 किलोमीटर की दूरी से अपने घर के पास जाना चाहते है और पुलिस विभाग से छुटकारा पाना चाहते है। इस पर रिप्लाई करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने पर्सनल सोशल मीडिया अकाउंट से लिखा- ''एक सप्ताह से ज्यादा इंतजार नहीं...''।

इससे संभावना है कि अगले सप्ताह तक सरकार की तरफ से ग्रुप-D कर्मचारियों के लिए ट्रांसफर ड्राइवर पोर्टल खोल दिया जाएगा।

इससे उन कर्मचारियों को बड़ा फायदा होगा जो फिलहाल मौजूदा जगह पर नौकरी ने नाखुश है। ये सिर्फ ग्रुप-D के कर्मचारियों के लिए ही होगा। यानी कोई कर्मचारी फिलहाल एक्साइज डिपार्टमेंट में कार्यरत है और वह फूड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट में जाना चाहता है, तो वह इस पोर्टल पर ट्रांसफर ड्राइव पोर्टल पर अप्लाई कर सकता है।

इसके लिए उन्हें पोर्टल पर अपनी पसंद और नापसंद के पदों की जानकारी देनी होगी। मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (HRMS) में कुल रिक्त पदों में से केवल 80 प्रतिशत पदों पर नियुक्त के लिए विचार किया जाएगा, जबकि शेष 20 प्रतिशत पद विभागवार और पदवार गणना के आधार पर भरे जाएंगे।

एक सप्ताह पहले ही मानव संसाधन विभाग की ओर से इसको लेकर सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, मंडलायुक्तों और डीसी को पत्र जारी भी किया गया था। ट्रांसफर ड्राइव में ग्रुप डी अधिनियम के लागू होने के बाद नियुक्त और हरियाणा सरकार के किसी भी विभाग में तैनात सभी ग्रुप डी कर्मचारी भाग लेने के लिए पात्र हैं।

जो कर्मचारी अपना स्टेशन या पद बदलना चाहते हैं, उन्हें पोर्टल पर ऑनलाइन भाग लेना होगा। निर्धारित तिथि के बाद पोर्टल पर पंजीकरण और आवेदन करने में विफल कर्मचारी पात्र नहीं माना जाएगा।

हरियाणा में ग्रुप-डी के बड़ी संख्या में ऐसे कर्मचारी है, जिन्हें उनके होम टाउन से दूरदराज के स्थानों पर तैनात किया गया है। इस कारण वे अपनी ड्यूटी सही से नहीं कर पा रहे थे। उनकी परेशानी को देखते हुए सरकार ने कॉमन काडर के सभी ग्रुप डी कर्मचारियों को उनके होम टाउन के निकट कार्यालय में नियुक्ति देने और उन पदों पर समायोजित करने की योजना बनाई है जिन पर कर्मचारी नियुक्ति के लिए खुद को उपयुक्त नहीं समझते हैं।

ट्रांसफर ड्राइव में कर्मचारी को उसके द्वारा चुने गए तीन जिलों में से किसी एक में प्राथमिकता के आधार पर स्थानांतरित करने का प्रयास किया जाएगा। उन पदों पर नियुक्ति नहीं दी जाएगी जिन पर वह काम नहीं करना चाहते हैं। हालांकि यह गारंटी नहीं दी जा सकती कि कर्मचारी अपनी पसंद का स्टेशन प्राप्त कर पाएगा या उन पदों से बच पाएगा जो वह अपने लिए उपयुक्त नहीं समझता है।


कर्मचारी निर्दिष्ट पोर्टल पर अवांछित पदों को इंगित करते हुए पसंदीदा जिलों को प्राथमिकता देंगे। विभागाध्यक्ष एचआरएमएस या निर्दिष्ट पोर्टल का उपयोग करके प्रत्येक जिले और विभाग में रिक्त पदों की सटीक संख्या प्रस्तुत करेंगे। इसके बाद कर्मचारियों को उनकी पसंद और उपलब्ध पदों के आधार पर नए पद या जिले सौंपे जाएंगे।


चौकीदार और सफाई कर्मचारी, सह-चौकीदार पद या विभाग बदलने के पात्र नहीं होंगे। इसी तरह किसी भी सांविधिक निकाय, बोर्ड, निगम, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, संवैधानिक निकाय में तैनात ग्रुप डी कर्मचारी इस अभियान में भाग लेने के पात्र नहीं हैं। स्थानांतरण अभियान में भागीदारी के लिए आधार या पीपीपी भी अनिवार्य रहेगा।

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