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Nuh News: नूंह उपायुक्त ने दी मकर संक्रांति व लोहड़ी पर्व की शुभकामनाएं, पढ़िए जिले की बड़ी खबरें
Nuh News: मनीष आहूजा, ब्यूरो चीफ, नूंह, 13 जनवरी – प्रदेश सरकार के निर्देश अनुसार जन समस्याओं को निपटाने के लिए प्रत्येक कार्य दिवस पर जिला व उपमंडल स्तर पर समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। समाधान शिविर में नागरिकों की समस्याओं का त्वरित समाधान करते हुए उन्हें राहत प्रदान की जा रही है।
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने सोमवार को जिला सचिवालय के कांफ्रेंस हाल में आयोजित समाधान शिविर में लोगों की शिकायतें सुनी। उन्होंने कहा कि यह शिविर न केवल शिकायतों के प्रभावी समाधान का माध्यम है, बल्कि प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और सहभागिता को बढ़ावा देने का एक प्रभावी प्रयास है। जिला स्तर आयोजित समाधान शिविर में आज 6 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनमें से एक शिकायत का मौके पर समाधान कर शिकायतकर्ता को राहत पहुंचाई गई। इसी प्रकार उपमंडल पुन्हाना में दो शिकायतें प्राप्त हुई, जिन्हें समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को भेजने के निर्देश दिए गए।
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि समाधान शिविर न केवल समस्याओं के निवारण का माध्यम है, बल्कि यह प्रशासन और जनता के बीच मजबूत संवाद का प्रतीक भी है। नूंह जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि हर व्यक्ति को उसकी समस्या का समाधान सरल और सुलभ तरीके से मिले। उन्होंने जिला वासियों से अपील की कि वे समाधान शिविर के आयोजनों का लाभ उठाएं और अपनी शिकायतों का तुरंत समाधान करवाएं। प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशन में आयोजित हो रहे समाधान शिविर का यह प्रयास जिले में सकारात्मक बदलाव और प्रशासनिक कुशलता का एक बेहतरीन उदाहरण है। इस अवसर पर नगराधीश अशोक कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
हैप्पी योजना से 1000 किलोमीटर तक की मुफ्त यात्रा सुविधा का उठाएं लाभ- उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा
-‘हैप्पीÓ योजना से अंत्योदय परिवारों को प्रति वर्ष रोडवेज बसों में मिलती है मुफ्त यात्रा की सुविधा
नूंह, 13 जनवरी – उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि हरियाणा सरकार ने अंत्योदय परिवारों के कल्याण एवं उत्थान के लिए हरियाणा अंत्योदय परिवार परिवहन योजना (हैप्पी) शुरू की है। इस योजना के क्रियान्वित होने से हरियाणा प्रदेश के अंत्योदय परिवारों को हरियाणा राज्य परिवहन की बसों में मुफ्त यात्रा करने का लाभ मिलता है। इस योजना के माध्यम से, हरियाणा सरकार अंत्योदय परिवारों को हरियाणा रोडवेज की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा उपलब्ध करा रही है। इस योजना के अंतर्गत, अंत्योदय परिवारों को प्रति वर्ष 1000 किलोमीटर तक की मुफ्त यात्रा का लाभ दिया जाता है।
‘हरियाणा अंत्योदय परिवार परिवहन योजनाÓ का मुख्य लक्ष्य
प्रदेश सरकार की ‘हरियाणा अंत्योदय परिवार परिवहन योजनाÓ का मुख्य उद्देश्य है कि राज्य के अंत्योदय परिवारों को बिना किसी शुल्क के रोडवेज बसों में यात्रा करने का मौका देना है, ताकि उनके जीवनस्तर में सुधार हो सके। इस योजना के लागू होने से अब अंत्योदय परिवार के सदस्य आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान जा सकेंगे। यह योजना अंत्योदय परिवारों को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना का लाभ केवल ऐसे परिवारों को मिलेगा, जिन परिवारों में 3 से ज्यादा सदस्य हैं और उनकी परिवारिक सालाना आय एक लाख रुपए से कम है। इस योजना के तहत अंत्योदय परिवार के प्रत्येक सदस्य को हर साल 1000 किलोमीटर की फ्री यात्रा का लाभ दिया जाएगा।
‘हैप्पीÓ योजना के लिए पात्रता एवं आवश्यक दस्तावेज
– आवेदक हरियाणा का मूल निवासी होना चाहिए।
– हरियाणा के अंत्योदय परिवार ही हरियाणा अंत्योदय परिवार परिवहन योजना के लिए पात्र होंगे।
– आवेदक के परिवार की सालाना आय 1 लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए।
– जिन परिवारों में 3 से अधिक सदस्य होंगे वे परिवार ही इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
– हैप्पी योजना का कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, परिवार पहचान पत्र, वार्षिक आय प्रमाण पत्र व मोबाइल नंबर के साथ नजदीकी परिवहन डिपो में संपर्क कर सकते हैं।
कैंसर से बचाव के लिए जागरूक बनें, लक्षण दिखने पर करवाएं चैकअप- उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा
नूंह, 13 जनवरी- उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि कैंसर एक जानलेवा रोग है। प्रतिवर्ष लाखों लोग कैंसर की बीमारी के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं। यदि सही समय पर इसकी पहचान करके इलाज शुरू करवाया जाये तो रोगी को असमय मृत्यु से बचाया जा सकता है। कुछ कैंसर बड़ी तेजी से स्टेज-1 से स्टेज-4 में पहुंच जाते हैं। ऐसे में कैंसर की जल्द पहचान का महत्व ज़्यादा बढ़ जाता है। लोगों में कैंसर के कारणों के बारे में जागरुकता फैलाकर बीमारी की रोकथाम करना, कैंसर के लक्षणों की पहचान करके समय से पहले बीमारी का पता लगाना और इसके उपचार की तकनीक के बारे में लोगों को जागरूक करना जरूरी है। इन उद्देश्यों के साथ प्रति वर्ष 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस के रूप में मनाया जाता है।
उपायुक्त ने बताया कि वैश्विक स्तर पर कैंसर के प्रति जागरुकता फैलाने एवं आमजन को इस रोग के प्रति जागरूक करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ (यूआईसीसी) द्वारा 4 फरवरी 2000 को विश्व कैंसर दिवस को मनाने की घोषणा की गयी थी। प्रथम बार इस दिवस को कैंसर के विरुद्ध जंग के रूप में फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित प्रथम विश्व शिखर सम्मेलन वर्ष 2000 में मनाया गया था। इसके पश्चात इसे प्रतिवर्ष 4 फरवरी को मनाया जाता है। इस दिवस के माध्यम से कैंसर रोग से बचाव के लिए जागरूकता फैलाने एवं इस रोग के उन्मूलन के लिए विभिन्न कार्यक्रमों को संचालित किया जाता है। विश्व कैंसर दिवस के माध्यम से लोगो को कैंसर रोग के बारे में जागरूक किया जाता है, ताकि समय रहते इस रोग को का पता लगाया जा सके एवं समय से इलाज प्रक्रिया को शुरू किया जा सके।
उन्होंने बताया कि कैंसर रोग से जुड़ी सामाजिक भ्रांतियां दूर करने एवं पीड़ित को इलाज के लिए आगे आने के लिए प्रेरित करने व इलाज के समय पीड़ित का मनोबल बढ़ाना भी इस कार्यक्रम के उद्देश्यों में प्रमुख है। साथ ही इस दिवस के माध्यम से सभी नागरिकों के सहयोग से इस रोग के वैश्विक उन्मूलन हेतु संकल्प लिया जाता है। विश्व कैंसर दिवस के मौके पर विभिन सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थान तथा कैंसर उन्मूलन के लिए कार्य करने वाली संस्थाओ के द्वारा इस रोग के बारे से बचाव हेतु जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। साथ ही पोस्टर, बैनर, सोशल, अवेरनेस एवं अन्य माध्यमो से इस रोग के प्रति सामाजिक कलंको को दूर करने हेतु भी समुचित उपाय किए जाते है।
सिविल सर्जन डॉ सर्वजीत सिंह ने बताया कि जिला नूंह में इस बार 4 फरवरी को सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सीएमओ के माध्यम से व गांवों में आशा वर्कर के माध्यम से वर्ल्ड कैंसर-डे मनाया जायेगा। इस अवसर पर उन लोगों की, जिनमें कैंसर होने की संभावना हो सकती है, की स्क्रीनिंग की जाएगी। आशा वर्कर अपने-अपने क्षेत्र के कैंसर मरीजों की पहचान करके उनकी सूची अपडेट करेंगी। हेल्थ टॉक व समूह मीटिंग के माध्यम से लोगो को कैंसर के कारणों व लक्षणों बारे जागरूक किया जाएगा व लोगों को समझाया जाएगा कि किस प्रकार वे स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर कैंसर व अन्य गैर संचारी रोगों से बच सकते हैं।
उन्होंने बताया कि कैंसर का अर्थ होता है शरीर में कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि होना। वर्तमान में ख़राब जीवनशैली एवं अन्य विभिन कारणों से दुनिया में कैंसर रोगियों की संख्या में वृद्धि हो रही हैं। कैंसर होने के मुख्य कारण तंबाकू या तंबाकू उत्पादों का सेवन करना, ज्यादा वजन होना, शराब का सेवन करना, प्रदूषण, रेडिएशन, सूर्य की अल्ट्रा वोइलेट किरणों, आनुवंशिक,कैंसर होने के कारणों को जानने के साथ-साथ कैंसर के लक्षण को भी पहचाना बहुत जरुरी है, ताकि समय रहते इलाज हो सके। कैंसर के मुख्य लक्षण वजन का लगातर घटना, भूख कम लगना, लगातार खांसी आना या खांसी में खून आना, आहार निगलने में दिक्कत होना, शरीर में किसी भी तरह की गांठ का बनना, शरीर में थकान और आलस्य का बने रहना, महिलाओं में अनियमित माहवारी या रजोनिवृत्ति के बाद माहवारी आना या संभोग के दौरान खून आना सर्वाइकल कैंसर का लक्षण हो सकता है। स्तनों के आकार अथवा बनावट में फर्क आना, स्तनों में गांठ महसूस होना या उनसे खून आना, स्तन कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। मुंह में बार-बार छाले या गांठ होना और छालों का 2 सप्ताह से ज़्यादा समय तक ठीक ना होना, मुख के कैंसर का लक्षण हो सकता है। यदि आप को स्वयं में या अपने किसी जानकार में ऐसे लक्षण महसूस होते हैं तो उनकी आज ही कैंसर बारे जांच हेतु जिला नागरिक अस्पताल में संपर्क कर सकते हैं। कैंसर से बचाव के लिए स्वस्थ जीवन शैली अपनाएं। यदि आप तंबाकू का उपयोग करते हैं तो इसे आज ही छोड़ें। अपने शरीर को अधिक से अधिक कार्यशील रखें। फल व सब्जियों का सेवन ज़्यादा से ज़्यादा करें।
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने जिलावासियों को दी मकर संक्रांति व लोहड़ी पर्व की शुभकामनाएं
नूंह, 13 जनवरी- उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने जिलावासियों को पावन पर्व मकर संक्रांति व लोहड़ी की शुभकामनाएं देते हुए कि यह पर्व हमारी संस्कृति और परंपराओं के प्रतीक हैं, जो प्रकृति, ऊर्जा और समृद्धि का संदेश देते हैं।
उपायुक्त ने कहा कि मकर संक्रांति का पर्व हमें समर्पण, सहयोग और एकता का संदेश देता है। यह त्योहार हमें प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और सामूहिक विकास के लिए प्रेरित करता है। सभी जिलावासी इन पर्व को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाएं। उन्होंने इस अवसर पर स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बनाए रखने का भी आह्वान किया और कहा कि त्यौहार के दौरान पॉलिथीन के उपयोग से बचें और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। उपायुक्त ने जिलावासियों के सुख-समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हुए कहा कि यह पर्व सभी के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लेकर आएं।
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी चुनाव संबंधी तैयारी पूरी- उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा
-कमेटी के चुनाव के लिए पोलिंग पार्टियों की रिहर्सल आयोजित
-19 जनवरी को होगा चुनाव
नूंह, 13 जनवरी-उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के आगामी 19 जनवरी को होने वाले चुनाव के लिए जिला नूंह को वार्ड नंबर-40 में शामिल किया गया है। इसके लिए सरदार गुरमुख मेमोरियल स्कूल में बूथ नंबर-एक बनाया गया है। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के चुनाव निष्पक्ष एवं शांतिपूर्वक संपन्न करवाने के लिए सभी जरूरी तैयारियों व सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जिला में कुल 72 मतदाता हैं, जोकि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के चुनाव में अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में सभी मतदाताओं को अपने मताधिकार का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी चुनाव में सभी संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाएं। कमेटी के चुनाव निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से करवाने के लिए सोमवार को तीन पोलिंग पार्टियों की रिहर्सल करवाई गई। चुनाव के दिन 19 जनवरी को इनमें से एक पोलिंग पार्टी को ही पोलिंग स्टेशन पर भेजा जाएगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में पोलिंग पार्टियों को उनके कार्यों एवं जिम्मेदारियों के बारे जानकारी दी गई। लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित रिहर्सल में नायब तहसीलदार चुनाव राजेंद्र हुड्ïडा ने पोलिंग पार्टियों को सभी चुनाव प्रक्रिया संबंधी महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस रिहर्सल का उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए पोलिंग स्टाफ को प्रशिक्षित और जागरूक करना था। रिहर्सल में चुनाव प्रक्रिया के हर चरण की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई और पोलिंग पार्टियों को उनकी जिम्मेदारियों के बारे में अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का चुनाव ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के माध्यम से होगा, इसलिए पोलिंग पार्टी के सदस्यों को ईवीएम के संचालन, मतदाता सत्यापन प्रक्रिया और चुनाव के दिन के प्रोटोकॉल के बारे में विस्तृत प्रशिक्षण होना जरूरी है।